संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हास्पिटल का गोल्डन जुबली समारोह का भव्य आयोजन होगा 19 मार्च को
बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर (आशा पटेल)। संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हास्पिटल के गोल्ड़न जुबली समारोह का आयोजन ‘‘वैष्विक स्वास्थ्य मंथन’’ के रूप में 19 मार्च को किया जा रहा है। योगेन्द्र दुर्लभजी सचिव, दुर्लभजी हाॅस्पिटल ने बताया की विगत 51 वर्षों से इस अस्पताल ने उत्तम गुणवत्ता की सेवाओं से जयपुर ही नहीं, पूरे राज्य एवं आसपास के राज्यों में भी अपना आधिपत्य स्थापित किया है.
इस संस्थान का उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1971 में किया गया था। संस्थापक स्व. श्री खेलशंकर दुर्लभजी ने उसी वर्ष अस्पताल को सेना को समर्पित कर दिया था। निजी क्षेत्र का चिकित्सा केंद्र होते हुए भी यहाँ की सेवाएँ उत्कृष्ट एवं किफायती रही हैं। इस प्रदर्शन का परिणाम है कि 50 वर्षो से आज भी यह एक आदर्श के रूप में स्थापित एवं कार्यशील है ।
दुर्लभ जी हाॅस्पिटल के डाॅ. वी.डी. सिन्हा हैड़ ऑफ़ न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट समारोह के संयोजक, डाॅ. अनुराग गोविल हैड़ ऑफ़ गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी डिपार्टमेंट व डाॅ. राजेश भोजवानी हैड़ ऑफ़ जी.आई सर्जरी डिपार्टमेंट समारोह के सह संयोजक है,ने बताया कि समारोह में स्वास्थ्य व प्रबंधन जगत के देश /विदेश के विद्वान् अपने व्याख्यान से अनुभव, स्वास्थ्य नीतियों, चुनौतियों एवं सुझावों की चर्चा करेंगे। साथ ही श्लोमो माॅर यूसेफ, इजराइल की चिकित्सा क्षेत्र के सफल माॅडल का अनुभव सांझा करेंगे। ‘आयुष्मान भारत’ के प्रथम सीइओ इंद्र भूषण, आयुष्मान भारत एवं निजी क्षेत्र के चिकित्सा में योगदान की चर्चा करेंगे ।
पूर्व राष्ट्रीय स्वास्थ्य सचिव शैलजा चंद्रा भारत को वर्तमान चुनौतियों के बारे में बताएँगी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान एडिशनल चीफ सेक्रेटरी महाराष्ट्र, सुजाता सैनिक पब्लिक हेल्थ पर अपना शोध एवं अनुभव प्रस्तुत करेंगी।
डाॅ कृष्णन गणपति चिकित्सा के डिजिटलाइजेशन एवं 2030 तक टेलिमेडिसन के विकास एवं जयप्रकाश मुल्लियाल (चेयरमैन, एडवाजरी कमेटी) ‘हेल्थ ऑफ़ द पीपल, बाय द पीपल, फाॅर द पीपल’ पर व्याख्यान देंगें ।
समारोह का संचालन पूर्व मुख्य सचिव राजस्थान इंद्रजीत खन्ना, पूर्व उप मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव व कार्यरत एडीजीपी विजिलेंस बीजू जार्ज जोसेफ करेंगे। समारोह का उद्घाटन गंगाराम इंस्टीयूट के एमेरिटस प्रोफेसर एवं ट्रस्टी समिरन नंदी द्वारा किया जाएगा। दरअसल दुर्लभजी अस्पताल के ट्रस्टी एवं सचिव योगेंद्र दुर्लभजी द्वारा संचालित एवं कार्यान्वित उनकी इस अस्पताल की दूरदर्शिता एवं ‘मानवता की सेवा’ का संकल्प एवं सतत प्रयास ही उल्लेखनीय है ।