2 अप्रैल को जयपुर के मानसरोवर ग्राउंड ,शिप्रा पथ के थाने के सामने होगी अनुसूचित जाति जनजाति की विशाल महापंचायत
बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर (आशा पटेल)। जी हाँ ! 2 अप्रैल को जयपुर के मानसरोवर ग्राउंड ,शिप्रा पथ के सामने अनुसूचित जाति जनजाति की विशाल महापंचायत आयोजित होने जा रही है . महापंचायत के संयोजक डॉ बी एल आर्य (रिटा.आइएएस) ने प्रेस वार्ता में बताया की भारत बंद 2 अप्रैल, 2018 के दौरान राजस्थान में पुलिस द्वारा कई मुकदमे दर्ज किये गये जिनके प्रकरण विभिन्न स्टेज पर हैं, इन मुकदमो में से काफी मुकदमे सरकार द्वारा वापिस भी लिए गये है लेकिन अभी भी काफी मुकदमे सरकार द्वारा वापिस लिए जाने हैं। इस सन्दर्भ में अनुसूचित जाति/जनजाति के विभिन्न संगठनों द्वारा राजस्थान सरकार को बार-बार अनुरोध किया जाता रहा है।
कांकरी डूंगरी का प्रकरण जो की डूंगरपुर, बांसवाडा, उदयपुर आदि इलाकों में सितम्बर 2020 में हुआ था उस में कुल 63 एफआईआर दर्ज हुई थी। सरकार ने प्रकरणों पर विचार करके केस वापस लेने की बात कही थी लेकिन अभी 17 मामले सीआरपीसी (CRPC) की धारा 173 में पेंडिंग हैं। आर्य कहा की हमारी सरकार से मांग है कि इन सभी मामलों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके सभी प्रकरण बंद किये जायें।
उन्होंने बताया की राजस्थान के विभिन्न अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सामाजिक, राजनीतिक, कर्मचारी एवं अन्य संगठनों द्वारा राजस्थान में राजकीय सेवाओं, शिक्षण संस्थानों एवं अन्य विभिन्न राज्य सरकार की योजनाओं में राष्ट्रीय जनगणना वर्ष 2011 के जनगणना आंकड़ों के अनुरूप अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति का आरक्षण प्रतिशत 16% एवं 12% से बढ़ाकर 17.8% एवं 13.5% करने की मांग विभिन्न माध्यमों से की जाती रही है। यह मांग पूरी होने पर करीब 54000 सरकारी नौकरियां एवं 1,50,000 संविदा नौकरियां अनुसूचित जाति जनजाति को प्राप्त होगी .उपरोक्त दो मुख्य मांगों के अलावा भी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की विभिन्न मांगों के प्रति सरकार का रवैया उत्साहजनक नहीं रहा है। इससे इस वर्ग में सरकार के प्रति आक्रोश व्यापत है।
आर्य ने बताया की सरकार पर दबाव बनाने हेतु 02 अप्रैल, को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग द्वारा विशाल महापंचायत मानसरोवर ग्राउंड, शिप्रापथ थाने के सामने प्रातः 11.00 बजे से आयोजित की जाएगी, जिसमे समस्त समाज के लोग आगामी कार्यक्रम की रणनीति तय करेंगे।